15 जनवरी को धूमधाम से मनाया जाएगा मकर संक्रांति पर्व
मकर संक्रांति का पर्व काल 15 जनवरी को पूरे देश में हर्षौल्लास पूर्वक मनाया जाएगा इसको लेकर अलग-अलग क्षेत्र में अलग-अलग मान्यताएं हैं। मकर संक्रांति को लेकर बताया जाता है कि यह भगवान सूर्य से जुड़ा हुआ है। मकर संक्रांति पर लोग अपने पारिवारिक परंपराओं के मुताबिक अनुष्ठान भी करते हैं।
देवीपाटन मंदिर से जुड़े पुरोहित आचार्य मातेश्वरी त्रिपाठी ने इस पर्व को लेकर बताते है कि मकर राशि की सूर्य संक्रांति 15 जनवरी 2024 को प्रातः 8:42 से आएगी। इसका पूर्णकाल प्रायः दिन भर रहेगी, इसी के साथ खरमास समाप्त हो जाएगा। मकर संक्रांति के दिन के स्नान योगदान का विशेष पूर्ण फल प्राप्त होता है ।
देखें मकर संक्रांति को लेकर क्या कुछ है खास आचार्य मातेश्वरी त्रिपाठी से विशेष बातचीत
देखे विडियों:-https://youtu.be/PFdimvwnsi4?si=_KlXj1LfFv9lTB1H
आचार्य ने बताया कि ऊनी वस्त्र कंबल जूता धार्मिक पुस्तक विशेष कर पंचांग पूर्ण फल कारक होता है। मौके पर भगवान भास्कर सूर्य देवता का पूजन का विशेष विधान है। इसे हरियाली, समृद्धि और नए आरंभों का प्रतीक माना जाता है।