बलरामपुर। अधिवक्ता अधिनियम संशोधन बिल 2025 के विरोध में तुलसीपुर तहसील में अधिवक्ताओं ने सोमवार को कलम बंद हड़ताल कर जोरदार प्रदर्शन किया। बार एसोसिएशन तुलसीपुर के अध्यक्ष हामिद हसन खान के नेतृत्व में सैकड़ों अधिवक्ताओं ने तहसील परिसर से बलरामपुर चौराहे तक विरोध मार्च निकालते हुए नारेबाजी की। इसके बाद तहसील पहुंचकर एसडीएम अभय सिंह को ज्ञापन सौंपा है।
बार एसोसिएशन के अध्यक्ष हामिद हसन खान ने कहा कि अधिवक्ता अधिनियम संशोधन बिल 2025 में प्रस्तावित बदलाव अधिवक्ताओं की स्वतंत्रता का हनन है और उनकी आवाज को दबाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पूरे देश में वकीलों में इस संशोधन को लेकर आक्रोश व्याप्त है।
अधिवक्ताओं की प्रमुख मांगे:
1. अधिवक्ता प्रोटेक्शन एक्ट लागू किया जाए, जिससे वकीलों और उनके परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित हो।
2. बार परिषदों में निर्वाचित सदस्यों के अलावा किसी और को शामिल न किया जाए और लोकतांत्रिक स्वरूप बनाए रखा जाए।
3. बार काउंसिल के अस्तित्व को कमजोर करने वाले सभी संशोधनों को तत्काल वापस लिया जाए।
4. उत्तर प्रदेश के अधिवक्ताओं के लिए 10 लाख का मेडिक्लेम और अधिवक्ता की मृत्यु पर 10 लाख की बीमा राशि दी जाए।
प्रदर्शन में ये अधिवक्ता रहे शामिल
विरोध प्रदर्शन में बार संगठन के महामंत्री लाल बिहारी वर्मा, उपाध्यक्ष रविंद्र कुमार मिश्रा, ओमकार यादव, आनंदपाल सिंह, सुशील श्रीवास्तव, वासुदेव विश्वकर्मा, कमलनयन तिवारी एडवोकेट, मनोज सोनी एडवोकेट, संजय श्रीवास्तव, अवधेश शुक्ला सहित कई वरिष्ठ अधिवक्ता मौजूद रहे।
अधिवक्ताओं ने चेतावनी दी कि अगर उनकी मांगे पूरी नहीं हुईं, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।