दिवाकर कसौधन
बलरामपुर: जनपद के उतरौला और पचपेड़वा क्षेत्रों में सोमवार को स्वास्थ्य विभाग ने अवैध रूप से संचालित नर्सिंग होम और क्लीनिकों पर बड़ी कार्रवाई करते हुए आठ चिकित्सा संस्थानों को सील कर दिया। यह कार्रवाई मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मुकेश कुमार रस्तोगी के निर्देश पर की गई है, जिसका नेतृत्व अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संतोष कुमार श्रीवास्तव और डॉ. बी.पी. सिंह की टीम ने किया।
स्थानीय पुलिस बल भी इस कार्रवाई में सहयोगी बना।
उतरौला क्षेत्र के बलरामपुर आर्थोपेडिक एवं न्यूरो क्लीनिक, चिरकुटिया स्थित राहुल कुमार द्वारा संचालित क्लीनिक, निशा क्लीनिक, फातिमा पाली क्लीनिक, पूर्वांचल हेल्थ केयर सेंटर, आइसा हेल्थ क्लीनिक, तथा चंदा मौर्या द्वारा संचालित एक अन्य क्लीनिक को सील किया गया। इन संस्थानों को बिना किसी वैध लाइसेंस के संचालित किया जा रहा था और यहां पर अपात्र कर्मचारियों से इलाज कराया जा रहा था।
जांच के दौरान टीम को इन नर्सिंग होमों में गंभीर अनियमितताएं मिलीं।
मरीजों के इलाज में अस्वच्छ और गैर-मानक उपकरणों का उपयोग किया जा रहा था, वहीं अनधिकृत दवाइयाँ और जीवन रक्षक मशीनों के नाम पर घटिया उपकरण पाए गए। यह सब मरीजों की जान के लिए सीधा खतरा बन चुका था।
स्वास्थ्य विभाग ने स्पष्ट किया है कि इस प्रकार की लापरवाह चिकित्सा व्यवस्था को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। विभाग ने आम नागरिकों से अपील की है कि वे केवल पंजीकृत और लाइसेंस प्राप्त अस्पतालों में ही इलाज कराएं और किसी भी संदिग्ध संस्थान की सूचना तत्काल संबंधित अधिकारियों को दें। साथ ही दोषी संचालकों के खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई तय मानी जा रही है।