प्रभाकर कसौधन
बलरामपुर। फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम को लेकर तुलसीपुर तहसील सभागार में नायब तहसीलदार शालू जायसवाल की अध्यक्षता में स्वास्थ्य विभाग सहित विभिन्न विभागों की संयुक्त बैठक आयोजित की गई। बैठक में 10 अगस्त से शुरू होने वाले डोर-टू-डोर फाइलेरिया उन्मूलन अभियान की तैयारियों पर चर्चा की गई और संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए गए। नायब तहसीलदार शालू जायसवाल ने बताया कि इस अभियान में स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ नगर पंचायत, आईसीडीएस, सरकारी राशन विक्रेता तथा बेसिक शिक्षा विभाग की टीम भी आमजन को जागरूक करेगी।
उन्होंने बताया कि इस अभियान के तहत 300 टीमें गठित की गई है। जो 10 अगस्त से 28 अगस्त तक ब्लॉक तुलसीपुर एवं नगर क्षेत्र में स्वास्थ्य कर्मी घर-घर जाकर फाइलेरिया रोधी दवा का वितरण करेंगे। 2 वर्ष से कम आयु के बच्चों, गर्भवती महिलाओं और गंभीर रूप से बीमार व्यक्तियों को छोड़कर सभी लोगों को डीईसी और अल्बेंडाजोल की खुराक उम्र के अनुसार दी जाएगी। इसके लिए ब्लॉक स्तर पर टीमों का गठन कर उन्हें प्रशिक्षण भी दिया जा चुका है।
बैठक में यह भी जानकारी दी गई कि गैसड़ी और पचपेड़वा ब्लॉक को पहले ही फाइलेरिया मुक्त घोषित किया जा चुका है, जबकि तुलसीपुर ब्लॉक में अब तक 63 मरीज चिन्हित किए गए हैं। दवा वितरण के साथ-साथ फाइलेरिया रोगियों की पहचान का कार्य भी जारी रहेगा।
जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. राजेश पांडेय ने बताया कि दवा का सेवन स्वास्थ्यकर्मी अथवा ड्रग एडमिनिस्ट्रेटर की निगरानी में ही कराया जाएगा। कार्यक्रम की प्रभावी निगरानी हेतु संबंधित विभागों के साथ-साथ बाहरी एजेंसियों की भी सहभागिता सुनिश्चित की जाएगी। तुलसीपुर स्वास्थ्य अधीक्षक डॉक्टर विकल्प मिश्रा ने जन समुदाय से अपील करते हुए कहा कि स्वास्थ्य टीमें जब घरों पर पहुंचे तो लोग उनका सहयोग करें जिससे फाइलेरिया से मुक्ति मिल सके। बैठक में एसीएमओ डॉ. अनिल चौधरी, जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. राजेश पांडेय, तुलसीपुर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. विकल्प मिश्रा, गैसड़ी स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अरविंद, तथा तुलसीपुर नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी प्रवीण कुमार दुबे सहित अन्य अधिकारी व कर्मी मौजूद रहे।