Balrampur - तुलसीपुर नगर के देवीपाटन रोड स्थित हरैय्या तिराहे पर प्रस्तावित ओवरब्रिज निर्माण के साथ ही जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया तेज हो गई है। भूमि अधिग्रहण में आ रहे मकान व दुकान के स्वामियों ने आक्रोश व्यक्त करते हुए बताया कि उनका दुकान और मकान का उचित मुआवजा नहीं मिल रहा है। जिसको लेकर लोगों में आक्रोश व्याप्त है।
गुरुवार को बड़ी संख्या में लोग एकत्र होकर उपजिलाधिकारी राकेश कुमार जयंत को ज्ञापन सौंपते हुए अपने घरों और दुकानों को बचाने की मांग की।
स्थानीय निवासी ओम प्रकाश चौरसिया ने बताया कि हरैय्या तिराहे पर दुकानें वा मकान कई पीढ़ियों से बनी हुई हैं और इन्हीं से उनके परिवार का भरण-पोषण होता है। अधिग्रहण को लेकर पूर्व में 4 मीटर दोबारा 8 मीटर भूमि अधिग्रहण के लिए निशान लगाया गया लेकिन अब 15 मीटर बताया जा रहा है जिससे कई लोगों के पूरे पूरे घर चले जा रहे हैं वह लोग अब कहां जाएंगे।
उनका कहना है कि यदि बिना उचित पुनर्वास व्यवस्था किए मकान तोड़े गए तो वे न केवल छत से वंचित हो जाएंगे बल्कि उनकी आजीविका भी छिन जाएगी। व्यापारियों ने दुकानों के मूल्यांकन को लेकर विरोध दर्ज कराया।
व्यापारियों का कहना है कि शासन द्वारा निर्धारित दरों के विपरीत दुकानों का मनमाना मूल्यांकन किया जा रहा है। गरीब और मध्यमवर्गीय दुकानदार, जो अपनी दुकानों से रोज़गार चलाकर परिवार का भरण-पोषण करते हैं,
लोगों ने आरोप लगाया कि मूल्यांकन सूची तैयार करते समय वास्तविक परिस्थितियों और दुकानदारों की आय क्षमता को पूरी तरह नज़रअंदाज कर दिया गया है। उन्होंने उपजिलाधिकारी से मांग की कि जमीन का न्यायसंगत मूल्यांकन किया जाए और शासन द्वारा तय नियमों के अनुसार ही किराया व मुआवजा निर्धारित किया जाए।
उपजिलाधिकारी ने ज्ञापन लेने के बाद भरोसा दिलाया कि उठाई गई मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार किया जाएगा।
ज्ञापन सौंपने वालों में गणेश जायसवाल, कृपाल जायसवाल, राजेंद्र यादव, घनश्याम गुप्ता, अरविंद कुमार, अब्दुल अजीज, महफूज्जु रहमान, सुनीता जायसवाल, रक्षाराम यादव, मुन्ना लाल यादव, रियाज अहमद, आकाश गुप्ता, मोहित जायसवाल, सुनील कुमार यादव, दिलीप कुमार जायसवाल और आशुतोष तिवारी समेत दर्जनों लोग शामिल रहे।